इंद्र का पर्यायवाची शब्द (indra ka paryayvachi shabd) उनके विविध गुणों और महत्वपूर्ण स्थान की प्रतिष्ठा को दर्शाता है, जो पौराणिक और साहित्यिक परंपराओं में उनके चरित्र को एक नए प्रिस्म से प्रकट करते हैं।
परिचय
वेदों और पुराणों के महकवि ऋषियों के द्वारा गाए गए गानों में इंद्र एक श्रेष्ठ देवता के रूप में प्रकट होते हैं। विश्व के स्वर्गीय सम्राट, वृत्रासुर और अहिल्या के परिपोषक, इंद्र भगवान का परिचय हमें उनके शक्तिशाली और महत्वपूर्ण कार्यों के माध्यम से मिलता है।
indra के पर्यायवाची शब्द: एक विस्तृत सूची
प्रमुख शब्द | पर्यायवाची शब्द |
---|---|
देवेंद्र | वज्रपति, मघवान, पुरंदर, शचीपति, विश्ववेदा |
महामना | ब्रह्मा, विष्णु, शिव, देवताओं का राजा |
वासव | पाकशासन, शत्रुघ्न, विष्णु, देवताओं का सार्वभौम |
वृत्रहन | असुरनाशक, दुष्टप्रहारी, वज्रपाणि |
वज्रपाणि | वृत्रहन, वज्रधारी, पाकशासन |
पुरंदर | दुष्टों का विनाशकर्ता, वज्रपति, देवेंद्र |
जितेन्द्र | विजयी, विजयाधिपति, विश्वासपना |
विश्ववेदा | देवेंद्र, ब्रह्मा, ज्ञानस्वरूप |
आदित्य | सूर्यपुत्र, सवितृसुत, सूर्यकुलनायक |
शक्र | देवताओं के राजा, वज्रपाणि |
अहुर | दिव्यजन्मा, वैष्णव, देवताओं का श्रेष्ठ |
मघवान | देवताओं का महान, देवेंद्र, श्रेष्ठ |
आह्निक | यज्ञकर्ता, दिनभर का प्रतिष्ठाता, दिवसकारी |
शत्रुघ्न | दुष्टों का विनाशकर्ता, पुरंदर |
पाकशासन | दुष्टों का विनाशकर्ता, वासव |
वृषाकपि | देवताओं का राजा, देवेंद्र, वासव |
विधाता | निर्माता, सृजनहार, देवताओं का नियंत्रक |
ब्रह्मा | ब्रह्माण्ड का सृजनहार, ब्रह्माजी |
विष्णु | जगत का पालक, श्रीहरि, देवताओं का संरक्षक |
मरुत्वान् | वायुपुत्र, वायुकुलनायक, वायुवेगपुत्र |
पिनाकी | धनुर्धरी, विष्णुपुत्र, शिव |
आदित्य | सूर्यपुत्र, सवितृसुत, सूर्यकुलनायक |
सचिवानन | सचिव, संदेशवाहक, देवताओं का सचिव |
सुरेश्वर | देवताओं के राजा, इन्द्र, दिव्यजन्मा |
अग्निपुरीष | अग्निस्वरूप, अग्निवत्सल, अग्निपुत्र |
विश्वकर्मा | विश्वकर्ता, निर्माता, देवताओं का निर्माणकर्ता |
जयन्त | जितकर, विजयी, देवताओं का जयी |
शतक्रतु | शतक्रतुवा, सवितृसुत, देवताओं का सूर्यपुत्र |
सविता | सूर्यपुत्र, आदित्य, सूर्यकुलनायक |
सहस्राक्ष | हजार आंखों वाला, वज्रपाणि |
जगदीश | जगत के ईश्वर, विश्ववेदा, ब्रह्मा |
विभवान | समृद्ध, श्रीमान, देवताओं का सम्पन्न |
सहस्रक्ष | हजार आंखों वाला, वज्रपाणि |
इंद्र का महत्व:
इंद्र देव वेदों में ब्रह्मा, विष्णु, और शिव के साथ देवताओं की मुख्य पंचमुखी श्रेणी में आते हैं। वे स्वर्ग के सम्राट माने जाते हैं और वृत्रासुर जैसे असुरों को पराजित करने के लिए अपनी शक्तियों का उपयोग करते हैं। उन्हें वज्र नामक आस्त्र का स्वामी माना जाता है, जिसका उपयोग उन्होंने दुष्ट शक्तियों के खिलाफ किया।
पर्यायवाची शब्दों के अर्थ और उनके अंग्रेजी अर्थ
प्रमुख शब्द | पर्यायवाची शब्द | अंग्रेजी अर्थ |
---|---|---|
देवेंद्र | वज्रपति, मघवान, पुरंदर, शचीपति, विश्ववेदा | King of gods, Lord of thunder, Supreme deity |
महामना | ब्रह्मा, विष्णु, शिव, देवताओं का राजा | Supreme being, Great one |
वासव | पाकशासन, शत्रुघ्न, विष्णु, देवताओं का सार्वभौम | Lord of gods, Ruler of enemies |
वृत्रहन | असुरनाशक, दुष्टप्रहारी, वज्रपाणि | Slayer of demons, Defeater of evil |
वज्रपाणि | वृत्रहन, वज्रधारी, पाकशासन | Holder of thunderbolt, Bearer of Vajra |
पुरंदर | दुष्टों का विनाशकर्ता, वज्रपति, देवेंद्र | Destroyer of enemies, Vanquisher of foes |
जितेन्द्र | विजयी, विजयाधिपति, विश्वासपना | Conqueror, Lord of victory |
विश्ववेदा | देवेंद्र, ब्रह्मा, ज्ञानस्वरूप | Omniscient, All-knowing |
आदित्य | सूर्यपुत्र, सवितृसुत, सूर्यकुलनायक | Son of Aditi, Offspring of the sun |
शक्र | देवताओं के राजा, वज्रपाणि | Lord of gods, Holder of Vajra |
अहुर | दिव्यजन्मा, वैष्णव, देवताओं का श्रेष्ठ | Divine-born, Supreme among deities |
मघवान | देवताओं का महान, देवेंद्र, श्रेष्ठ | Mighty among gods, Lord of might |
आह्निक | यज्ञकर्ता, दिनभर का प्रतिष्ठाता, दिवसकारी | Performer of rituals, Establisher of the day, Daily |
शत्रुघ्न | दुष्टों का विनाशकर्ता, पुरंदर | Destroyer of foes, Vanquisher of enemies |
पाकशासन | दुष्टों का विनाशकर्ता, वासव | Subduer of demons, Lord of gods |
वृषाकपि | देवताओं का राजा, देवेंद्र, वासव | King of gods, Lord of gods |
विधाता | निर्माता, सृजनहार, देवताओं का नियंत्रक | Creator, Designer, Controller of deities |
ब्रह्मा | ब्रह्माण्ड का सृजनहार, ब्रह्माजी | Creator of the universe, The creator |
विष्णु | जगत का पालक, श्रीहरि, देवताओं का संरक्षक | Sustainer of the world, Remover of sins, Preserver of gods |
मरुत्वान् | वायुपुत्र, वायुकुलनायक, वायुवेगपुत्र | Sons of the wind, Leaders of the air, Offspring of the wind-speed |
पिनाकी | धनुर्धरी, विष्णुपुत्र, शिव | Holder of the bow, Son of Vishnu, Lord Shiva |
आदित्य | सूर्यपुत्र, सवितृसुत, सूर्यकुलनायक | Son of Aditi, Offspring of the sun |
सचिवानन | सचिव, संदेशवाहक, देवताओं का सचिव | Secretary, Messenger, Secretary of gods |
सुरेश्वर | देवताओं के राजा, इन्द्र, दिव्यजन्मा | Lord of gods, King of gods, Divine-born |
अग्निपुरीष | अग्निस्वरूप, अग्निवत्सल, अग्निपुत्र | Embodiment of fire, Lover of fire, Son of fire |
विश्वकर्मा | विश्वकर्ता, निर्माता, देवताओं का निर्माणकर्ता | Creator of the universe, Maker, Creator of gods |
जयन्त | जितकर, विजयी, देवताओं का जयी | Victorious, Conqueror, Triumphant among gods |
शतक्रतु | शतक्रतुवा, सवितृसुत, देवताओं का सूर्यपुत्र | Hundred-powered, Son of Savitri, Offspring of the sun |
सविता | सूर्यपुत्र, आदित्य, सूर्यकुलनायक | Son of the sun, Offspring of Aditi, Ruler of the sun |
सहस्राक्ष | हजार आंखों वाला, वज्रपाणि | Thousand-eyed, Holder of thunderbolt |
जगदीश | जगत के ईश्वर, विश्ववेदा, ब्रह्मा | Lord of the world, Knower of the universe, The creator |
विभवान | समृद्ध, श्रीमान, देवताओं का सम्पन्न | Abundant, Prosperous, Endowed with riches |
सहस्रक्ष | हजार आंखों वाला, वज्रपाणि | Thousand-eyed, Holder of thunderbolt |
पौराणिक और साहित्यिक महत्व
इंद्र, भारतीय पौराणिक और साहित्यिक परंपराओं में एक महत्वपूर्ण देवता है जिनका विशेष महत्व है। वेदों में उन्हें देवताओं के राजा और आदित्यों के पिता के रूप में वर्णित किया गया है। उनकी बहुत सी कथाएं और गुणगान उनके वीरता, बुद्धिमता, और दैवीय शक्तियों का प्रतीक हैं।
पौराणिक महत्व:
इंद्र की कई प्रमुख कथाएं पौराणिक साहित्य में प्रसिद्ध हैं। उनकी वृत्रासुर वध, अहिल्या का परिपोषण, वज्रासन, और मन्यु मोचन जैसी कथाएं उनके वीरता और दिव्य शक्तियों का प्रदर्शन करती हैं। साहित्यिक काव्यों में भी इंद्र की महिमा और उनके यथार्थ व्यक्तित्व का प्रतिष्ठान होता है। उनके वीरता और धर्मपरायणता की कथाएं मनोबल को बढ़ाती हैं और उन्हें एक श्रेष्ठ आदर्श के रूप में प्रस्तुत करती हैं।
साहित्यिक महत्व
इंद्र भारतीय संस्कृति में देवताओं के प्रतीक और मार्गदर्शक के रूप में भी प्रस्तुत होते हैं। वे धर्म, नैतिकता, और धर्मपरायणता के प्रतीक के रूप में भी दिखाए जाते हैं। इंद्र की उपासना और उनके गुणों का स्मरण करने से हम आत्मा को सशक्त, सहायक, और धार्मिक दृष्टिकोण से संपन्न बना सकते हैं।
निष्कर्ष
इंद्र देव का महत्वपूर्ण रूप से पौराणिक और साहित्यिक दृष्टिकोण से विवेक करने से हमें उनके दिव्य और शक्तिशाली रूप की अनुभूति होती है। उनके कार्य और वीरता के माध्यम से हमें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है।
FAQ's
पर्यायवाची शब्द क्या होते हैं? पर्यायवाची शब्द वे शब्द होते हैं जिनका अर्थ समान होता है, लेकिन उनका शब्द-रूप अलग होता है।
पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग भाषा को सुंदर और विविध बनाने में मदद करता है और एक ही अर्थ को विभिन्न तरीकों से व्यक्त करने में सहायक होता है।
पर्यायवाची शब्दों का प्रयोग लेखन में बढ़ावा देने के लिए किया जा सकता है, लेकिन यह आवश्यक नहीं होता। यह आपके विचारों की स्पष्टता और लेखकीय शैली पर निर्भर करता है।
इंद्र के कई पर्यायवाची नाम हैं जैसे कि देवेंद्र, शचीपति, मघवान, पुरंदर, वज्रपाणि, आदि।
इंद्र देव की बहुत सी कथाएं हैं, जैसे कि वृत्रासुर वध, अहिल्या का परिपोषण, वज्रासन, इत्यादि।