Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai, जो जम्मू और कश्मीर राज्य का एक हिस्सा है। लद्दाख क्षेत्र भौगोलिक दृष्टि से अत्यधिक विशाल है और लगभग 59,146 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। यह जिला हिमालय पर्वत श्रृंखला के बीच स्थित है और इसकी भौगोलिक विशेषताएँ इसे एक अनूठा स्थान बनाती हैं। लद्दाख की जनसंख्या घनत्व कम है, और यह स्थल उच्च पहाड़ी क्षेत्रों और सुंदर झीलों के लिए प्रसिद्ध है।
- Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Paribhasha
- Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Sabse Bada Jile Ka Naam
- Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Jile Ka Shehrikaran
- Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Bada Jila: Kaha Hai?
- Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Jile Ki Aarthik Mahatva
- Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Pramukh Udyog
- Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Jile Ki Sanskritik
- Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Prakritik Sansadhan
- Frequently Asked Question (FAQs)
Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Paribhasha
भारत का सबसे बड़ा जिला: परिभाषा
भारत का सबसे बड़ा जिला लद्दाख है, जो जम्मू और कश्मीर राज्य का एक हिस्सा है। यह जिला क्षेत्रफल के हिसाब से भारत में सबसे बड़ा है, और इसका कुल क्षेत्रफल लगभग 59,146 वर्ग किलोमीटर है। लद्दाख का भूगोल अत्यधिक विविधतापूर्ण और अनोखा है, जो इसे अन्य जिलों से अलग बनाता है। इस जिला में भारतीय सेना की महत्वपूर्ण उपस्थिति भी है, क्योंकि यह चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करता है।
भौगोलिक स्थिति और विशेषताएँ
लद्दाख की भौगोलिक स्थिति इसे भारत के सबसे बड़े जिले का दर्जा देती है। यह जिला हिमालय और कराकोरम पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित है। इसके उत्तर में पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (POK) और चीन स्थित तिब्बत है। यहाँ की सबसे प्रमुख झीलें पांगोंग झील और त्सो मोरिरी हैं, जो पर्यटकों और शोधकर्ताओं के आकर्षण का केंद्र हैं।
लद्दाख की जलवायु बहुत कठोर होती है, यहाँ का वातावरण ठंडा और सूखा है। यहाँ की जनसंख्या भी बहुत कम है, क्योंकि यह क्षेत्र सर्दी और कठिन जीवन स्थितियों से भरा हुआ है।
सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व
लद्दाख का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी बहुत ज्यादा है। यह स्थल बौद्ध संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है और यहाँ के मठ और मंदिर पूरे भारत में प्रसिद्ध हैं। लद्दाख में हर साल हजारों पर्यटक आते हैं, जो यहाँ के धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को देखने के लिए आते हैं।
लद्दाख न केवल भारत का सबसे बड़ा जिला है, बल्कि यह अपने भूगोल, संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहर के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है।
Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Sabse Bada Jile Ka Naam
भारत का सबसे बड़ा जिला: लद्दाख
भारत का सबसे बड़ा जिला लद्दाख है। यह जिला जम्मू और कश्मीर राज्य का एक हिस्सा है, जो भौगोलिक दृष्टि से अत्यधिक विशाल और विविधतापूर्ण है। लद्दाख का कुल क्षेत्रफल 59,146 वर्ग किलोमीटर है, जो इसे भारत के अन्य सभी जिलों से कहीं अधिक बड़ा बनाता है।
लद्दाख की भौगोलिक स्थिति
लद्दाख भारत के उत्तर में स्थित है और यह चीन और पाकिस्तान की सीमाओं के पास है। यह क्षेत्र हिमालय और कराकोरम पर्वत श्रृंखलाओं के बीच फैला हुआ है, जिससे इसकी प्राकृतिक सुंदरता और भौगोलिक विशेषताएँ काफी अद्वितीय बन जाती हैं। यहाँ की जलवायु अत्यधिक ठंडी और सूखी होती है, जो इसे एक कठिन जीवन परिस्थिति वाला स्थान बना देती है।
लद्दाख के प्रमुख स्थल और विशेषताएँ
लद्दाख की प्रमुख विशेषताओं में उसकी पांगोंग झील, त्सो मोरिरी झील, और लद्दाखी मठ शामिल हैं। यहाँ का धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन बहुत समृद्ध है, खासकर बौद्ध संस्कृति का प्रभाव यहाँ स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। लद्दाख में स्थित बौद्ध मठ और धार्मिक स्थल न केवल धार्मिक महत्त्व रखते हैं, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र हैं।
जनसंख्या और जीवनशैली
लद्दाख की जनसंख्या घनत्व बहुत कम है, क्योंकि यहाँ की जीवनशैली सर्दी और कठिन परिस्थितियों के कारण चुनौतीपूर्ण होती है। अधिकांश लोग यहाँ के पारंपरिक ग्रामीण जीवन को अपनाए हुए हैं।
इस प्रकार, लद्दाख न केवल भारत का सबसे बड़ा जिला है, बल्कि यह अपनी भौगोलिक स्थिति, सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सुंदरता के कारण भी विशेष रूप से जाना जाता है।
Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Jile Ka Shehrikaran
भारत का सबसे बड़ा जिला: लद्दाख का शहरीकरण
लद्दाख भारत का सबसे बड़ा जिला है, और इसका शहरीकरण विशेष रूप से धीमा और सीमित है। यह जिला जम्मू और कश्मीर राज्य का एक हिस्सा है, जो मुख्य रूप से पहाड़ी और रेगिस्तानी क्षेत्रों से घिरा हुआ है। लद्दाख की कुल जनसंख्या बहुत कम है, और यहां का अधिकांश क्षेत्र ग्रामीण है। इसके बावजूद, लद्दाख में कुछ छोटे-छोटे शहर और कस्बे हैं, जो शहरीकरण की ओर बढ़ रहे हैं।
लद्दाख के प्रमुख शहरी क्षेत्र
लद्दाख में मुख्य शहरी केंद्र लेह और कारगिल हैं। लेह, लद्दाख का सबसे बड़ा और प्रमुख शहर है, जो न केवल प्रशासनिक और व्यावसायिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पर्यटकों के लिए भी एक प्रमुख स्थल है। लेह का शहरीकरण धीरे-धीरे हो रहा है, लेकिन यहां की आबादी के हिसाब से यह एक छोटा शहर है।
कारगिल, जो लेह से लगभग 200 किलोमीटर दूर स्थित है, लद्दाख का दूसरा बड़ा शहर है। यह शहर भी प्रशासनिक और व्यापारिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, लेकिन यहाँ की जनसंख्या घनत्व कम है। कारगिल और लेह के बीच सड़क मार्ग और हवाई मार्ग से कनेक्टिविटी बढ़ी है, जिससे इन शहरों का विकास हो रहा है।
शहरीकरण की चुनौतियाँ
लद्दाख में शहरीकरण की प्रक्रिया कई चुनौतियों का सामना करती है, जैसे अत्यधिक ठंडे मौसम, सीमित संसाधन, और उच्च जनसंख्या घनत्व की कमी। यहां की भौगोलिक स्थिति और जलवायु के कारण, बुनियादी ढांचे का विकास धीमा है। हालांकि, पर्यटकों की संख्या में वृद्धि और सरकार की ओर से किए गए प्रयासों से शहरीकरण की दिशा में सुधार हो रहा है।
लद्दाख में शहरीकरण का एक महत्वपूर्ण पहलू उसकी पारंपरिक जीवनशैली और संस्कृति को बनाए रखना भी है। यहाँ के लोग अपनी सांस्कृतिक धरोहर और प्राकृतिक सुंदरता को संरक्षित रखने के प्रति जागरूक हैं।
Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Bada Jila: Kaha Hai?
भारत का सबसे बड़ा जिला: कहाँ है?
भारत का सबसे बड़ा जिला लद्दाख है, जो जम्मू और कश्मीर राज्य का एक हिस्सा है। यह जिला अपने विशाल क्षेत्रफल के लिए प्रसिद्ध है, जिसका कुल क्षेत्रफल 59,146 वर्ग किलोमीटर है। लद्दाख भारत के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित है और इसकी सीमा पाकिस्तान और चीन से सटी हुई है। भौगोलिक दृष्टि से यह क्षेत्र बेहद महत्वपूर्ण और संवेदनशील है, क्योंकि यहाँ भारतीय सेना की बड़ी उपस्थिति है और यह चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करता है।
लद्दाख की भौगोलिक स्थिति
लद्दाख का क्षेत्र हिमालय और कराकोरम पर्वत श्रृंखलाओं के बीच फैला हुआ है। इसके उत्तर में पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (POK) और चीन का तिब्बत क्षेत्र स्थित है, जबकि दक्षिण में जम्मू और कश्मीर राज्य और पूर्व में हिमाचल प्रदेश की सीमाएँ हैं। इस तरह, लद्दाख की भौगोलिक स्थिति इसे एक महत्वपूर्ण सामरिक और रणनीतिक स्थान बनाती है।
जलवायु और पर्यावरण
लद्दाख की जलवायु बहुत ही कठोर होती है, यहाँ का मौसम शुष्क और सर्द रहता है। गर्मियों में भी तापमान बहुत कम होता है और सर्दियों में यहाँ का तापमान माइनस में चला जाता है। यहाँ की खास जलवायु और भौगोलिक विशेषताएँ इसे अन्य भारतीय जिलों से अलग बनाती हैं।
लद्दाख का महत्त्व
लद्दाख न केवल भारत का सबसे बड़ा जिला है, बल्कि यह अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी बहुत महत्वपूर्ण है। यहाँ के बौद्ध मठ, धार्मिक स्थल और प्राकृतिक सुंदरता इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल बनाते हैं। लद्दाख की प्रमुख झीलें जैसे पांगोंग झील और त्सो मोरिरी, यहाँ आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र हैं।
Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Jile Ki Aarthik Mahatva
भारत का सबसे बड़ा जिला: लद्दाख का आर्थिक महत्व
लद्दाख, जो भारत का सबसे बड़ा जिला है, अपनी भौगोलिक और सामरिक स्थिति के साथ-साथ आर्थिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है। यह जिला मुख्य रूप से पर्यटन, व्यापार, और सीमावर्ती क्षेत्रों में अपनी आर्थिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है। लद्दाख का कुल क्षेत्रफल 59,146 वर्ग किलोमीटर है, लेकिन यहाँ की जनसंख्या घनत्व कम है, और इसका अधिकांश हिस्सा दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों से घिरा हुआ है।
पर्यटन उद्योग
लद्दाख का पर्यटन उद्योग यहाँ की अर्थव्यवस्था का प्रमुख स्तंभ है। यहां की खूबसूरत झीलें, पर्वत, मठ, और धार्मिक स्थल दुनियाभर से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। पांगोंग झील, त्सो मोरिरी, और नुब्रा घाटी जैसी जगहों पर हर साल हजारों पर्यटक आते हैं। साथ ही, यहाँ के बौद्ध मठ और धार्मिक स्थल जैसे हिमालयन बौद्ध मठ, लीह पैलेस, और लामा युला जैसे स्थल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देते हैं। पर्यटन से जुड़ी गतिविधियाँ जैसे होटलों, परिवहन, और स्थानीय शिल्प उद्योग की गतिविधियाँ लद्दाख की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करती हैं।
सीमावर्ती व्यापार और सैन्य गतिविधियाँ
लद्दाख का सामरिक महत्त्व भी अत्यधिक है, क्योंकि यह चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा साझा करता है। इसके कारण, यहाँ पर सैन्य गतिविधियाँ और सीमावर्ती व्यापार भी एक महत्वपूर्ण आर्थिक घटक हैं। लद्दाख में सीमावर्ती व्यापार की गतिविधियाँ, जैसे व्यापारिक मार्गों पर वस्तुओं का आवागमन, स्थानीय अर्थव्यवस्था में योगदान करते हैं।
कृषि और पशुपालन
लद्दाख की कठिन जलवायु के बावजूद, कृषि और पशुपालन यहाँ की जीवनशैली का अहम हिस्सा हैं। मुख्य रूप से जौ, चावल, बजरा जैसी फसलों की खेती होती है, और यहाँ के लोग खच्चर, बकरियाँ, और गायें पालते हैं। पशुपालन से प्राप्त उत्पाद जैसे दूध और ऊन स्थानीय बाजारों में बिक्री के लिए जाते हैं।
निष्कर्ष
इस प्रकार, लद्दाख का आर्थिक महत्व विशेष रूप से पर्यटन, सीमावर्ती व्यापार, सैन्य गतिविधियों और कृषि पर आधारित है। यह जिला अपनी प्राकृतिक संसाधनों, सांस्कृतिक धरोहर और सामरिक स्थान के कारण भारत की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान करता है।
Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Pramukh Udyog
भारत का सबसे बड़ा जिला: लद्दाख के प्रमुख उद्योग
लद्दाख, जो भारत का सबसे बड़ा जिला है, अपनी भौगोलिक स्थिति और कठोर जलवायु के बावजूद कुछ महत्वपूर्ण उद्योगों का केंद्र है। इस क्षेत्र में प्रमुख उद्योग मुख्य रूप से कृषि, पशुपालन, पर्यटन और हस्तशिल्प से संबंधित हैं। लद्दाख की अर्थव्यवस्था इन उद्योगों पर निर्भर करती है, जो स्थानीय जीवनशैली और संस्कृति से गहरे जुड़े हुए हैं।
1. पर्यटन उद्योग
लद्दाख का पर्यटन उद्योग इस क्षेत्र का सबसे प्रमुख और आर्थिक दृष्टिकोण से सबसे महत्वपूर्ण उद्योग है। यहाँ की अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता, पर्वत, झीलें, और बौद्ध मठ पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। पांगोंग झील, त्सो मोरिरी झील, नुब्रा घाटी, और लेह शहर जैसे स्थल यहाँ के सबसे बड़े पर्यटक आकर्षण हैं। पर्यटन से जुड़ी गतिविधियाँ जैसे होटल व्यवसाय, परिवहन, स्थानीय हस्तशिल्प, और गाइड सेवाएँ लद्दाख की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभाती हैं।
2. कृषि और पशुपालन
लद्दाख की कठिन जलवायु में कृषि और पशुपालन स्थानीय लोगों के लिए मुख्य आजीविका का स्रोत है। यहाँ की प्रमुख कृषि फसलें जौ, बाजरा, चावल, और आलू हैं। इसके अलावा, पशुपालन भी एक महत्वपूर्ण उद्योग है, जिसमें लोग बकरियाँ, खच्चर, गायें, और भेड़ पालते हैं। ये पशुधन दूध, ऊन और मांस उत्पादों के रूप में उपयोगी होते हैं, जो स्थानीय बाजारों में बिकते हैं।
3. हस्तशिल्प और कुटीर उद्योग
लद्दाख में हस्तशिल्प और कुटीर उद्योग का भी महत्वपूर्ण योगदान है। यहाँ के निवासी पारंपरिक वस्त्र, ऊन से बने उत्पाद, चादरें, और बांस के सामान तैयार करते हैं। इन उत्पादों को स्थानीय बाजारों में और पर्यटकों के बीच बेचा जाता है। हस्तशिल्प उत्पादों का निर्यात भी लद्दाख की अर्थव्यवस्था में योगदान करता है।
निष्कर्ष
लद्दाख का आर्थिक विकास मुख्य रूप से पर्यटन, कृषि, पशुपालन, और हस्तशिल्प उद्योग पर निर्भर है। यह क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता, पारंपरिक जीवनशैली और सांस्कृतिक धरोहर के कारण इन उद्योगों के लिए एक उपयुक्त वातावरण प्रदान करता है।
Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Jile Ki Sanskritik
भारत का सबसे बड़ा जिला: लद्दाख की सांस्कृतिक धरोहर
लद्दाख न केवल अपने विशाल क्षेत्रफल के लिए जाना जाता है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। लद्दाख की सांस्कृतिक पहचान उसकी अनूठी परंपराओं, धार्मिक विविधताओं, और लोक कला के माध्यम से बनती है। यहाँ की संस्कृति, विशेष रूप से बौद्ध धर्म, तिब्बती प्रभाव और स्थानीय जीवनशैली के कारण अत्यधिक विविध और आकर्षक है।
1. धार्मिक विविधता
लद्दाख में बौद्ध धर्म का अत्यधिक प्रभाव है, और यह क्षेत्र बौद्ध संस्कृति का एक प्रमुख केंद्र माना जाता है। यहाँ के प्रमुख धार्मिक स्थल जैसे हिमालयन बौद्ध मठ, लामा युला, और खार्दुंग ला मठ बौद्ध धर्म की समृद्ध धरोहर का प्रतीक हैं। इसके अलावा, यहाँ के लोग इस्लाम और हिंदू धर्म के अनुयायी भी हैं, जो इस क्षेत्र की धार्मिक विविधता को दर्शाते हैं। लद्दाख की सांस्कृतिक पहचान में यह धार्मिक समन्वय महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
2. पारंपरिक कला और शिल्प
लद्दाख में पारंपरिक हस्तशिल्प और लोक कला का भी महत्वपूर्ण स्थान है। यहाँ के लोग हाथ से बने ऊनी वस्त्र, कंबल, चादरें और बांस के उत्पाद तैयार करते हैं। इसके अलावा, लद्दाख की चमचमाती चांदी और सैन्य वस्त्र भी स्थानीय कला का हिस्सा हैं। मिनीएचर पेंटिंग्स और तिब्बती चित्रकला यहाँ की प्रमुख शिल्प कला हैं, जिन्हें पर्यटक विशेष रूप से पसंद करते हैं।
3. लोक संगीत और नृत्य
लद्दाख की लोक संस्कृति में संगीत और नृत्य भी एक अभिन्न हिस्सा हैं। लद्दाखी लोग अपनी पारंपरिक धुनों और नृत्यों के माध्यम से अपनी खुशियाँ मनाते हैं। लद्दाख के होंगर और लद्दाखी लोक गीत यहाँ की सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा हैं, जो उत्सवों और त्योहारों के दौरान बजाए जाते हैं।
निष्कर्ष
लद्दाख की सांस्कृतिक धरोहर एक अद्वितीय मिश्रण है, जिसमें बौद्ध धर्म, तिब्बती प्रभाव, लोक कला और संगीत की महत्वपूर्ण भूमिका है। यहाँ की संस्कृति न केवल लद्दाखवासियों की पहचान है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक विविधता को भी समृद्ध करती है।
Bharat Ka Sabse Bada Jila Kaun Sa Hai : Prakritik Sansadhan
भारत का सबसे बड़ा जिला: लद्दाख के प्राकृतिक संसाधन
लद्दाख भारत का सबसे बड़ा जिला होने के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों से भी समृद्ध है। यहाँ के पर्वतीय इलाकों, झीलों, नदियों और वन्यजीवों की विविधता इस क्षेत्र को अत्यधिक महत्वपूर्ण बनाती है। लद्दाख का अनूठा भौगोलिक स्थान और जलवायु यहाँ के प्राकृतिक संसाधनों को विशेष रूप से महत्वपूर्ण बनाते हैं, जो न केवल स्थानीय जीवनशैली को प्रभावित करते हैं, बल्कि यहाँ के पर्यावरणीय संरक्षण में भी योगदान करते हैं।
1. जल स्रोत और झीलें
लद्दाख में प्राकृतिक जलस्रोतों की कोई कमी नहीं है। यहाँ की प्रमुख झीलें जैसे पांगोंग झील, त्सो मोरिरी झील, और सुरसुर झील इस क्षेत्र के जलवायु और पारिस्थितिकी तंत्र का अहम हिस्सा हैं। ये झीलें न केवल पर्यटन का आकर्षण हैं, बल्कि जलवायु नियंत्रण, कृषि, और स्थानीय पारिस्थितिकी के लिए भी आवश्यक हैं। लद्दाख की नदियाँ जैसे इंडस नदी और ज़ांस्कर नदी भी यहाँ के जल स्रोतों का एक प्रमुख हिस्सा हैं, जो क्षेत्रीय सिंचाई और जीवन के लिए जरूरी पानी प्रदान करती हैं।
2. खनिज संसाधन
लद्दाख में खनिज संसाधनों का भी समृद्ध भंडार है। यहाँ विभिन्न प्रकार के खनिज जैसे संगमरमर, नमक, और गिट्टी पाए जाते हैं। हालांकि इस क्षेत्र में खनन गतिविधियाँ सीमित हैं, फिर भी यह क्षेत्र खनिज संसाधनों के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। इन खनिजों का उपयोग निर्माण उद्योग में किया जाता है।
3. वन्यजीव और जैव विविधता
लद्दाख की वन्यजीवों की विविधता भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। यहाँ जंगली बकरियाँ, तेंदुआ, लद्दाखी भालू, और हिमालयन वुल्फ जैसे दुर्लभ जीव पाए जाते हैं। इन वन्यजीवों का संरक्षण लद्दाख की पारिस्थितिकी के लिए जरूरी है। यहाँ के नेशनल पार्क और संज्ञाल वन्यजीवों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
निष्कर्ष
लद्दाख का प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर क्षेत्रफल इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी के लिए बेहद जरूरी है। यहाँ की झीलें, नदियाँ, खनिज और जैव विविधता न केवल लद्दाखवासियों के लिए जीवनदायिनी हैं, बल्कि यह क्षेत्र भारत के प्राकृतिक धरोहर का भी महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
Freqently Asked Questions (FAQs)
Q1: भारत का सबसे बड़ा जिला कौन सा है?
भारत का सबसे बड़ा जिला लद्दाख है, जो जम्मू और कश्मीर राज्य का हिस्सा था, लेकिन अब यह एक केंद्र शासित प्रदेश है। लद्दाख का क्षेत्रफल 59,146 वर्ग किलोमीटर है।
Q2: लद्दाख का क्षेत्रफल कितना है?
लद्दाख का क्षेत्रफल 59,146 वर्ग किलोमीटर है, जो इसे भारत का सबसे बड़ा जिला बनाता है।
Q3: लद्दाख का प्रशासनिक केंद्र कहां है?
लद्दाख का प्रशासनिक केंद्र लेह है, जो लद्दाख का सबसे बड़ा शहर और प्रमुख पर्यटन स्थल भी है।
Q4: लद्दाख की प्रमुख नदियाँ कौन सी हैं?
लद्दाख की प्रमुख नदियाँ इंडस नदी, ज़ांस्कर नदी, और नुब्रा नदी हैं।
Q5: लद्दाख में कौन-कौन सी झीलें हैं?
लद्दाख में कई प्रसिद्ध झीलें हैं, जिनमें पांगोंग झील, त्सो मोरिरी, और नुब्रा घाटी की झीलें प्रमुख हैं।