Samas ki Paribhasha : Types, Characteristics, Definition

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Samas ki Paribhasha

समास एक महत्वपूर्ण भाषा तकनीक है जो हिंदी भाषा में अर्थवत्ता और संक्षेपता को बढ़ाती है। यह शब्दों के संयोजन की प्रक्रिया है, जिसमें दो या अधिक स्वतंत्र शब्दों को जोड़कर एक नया और संक्षिप्त अर्थ उत्पन्न किया जाता है। समास का प्रयोग वाक्यों को संक्षेप में प्रस्तुत करने, अर्थ को स्पष्ट करने और भाषा की सुंदरता को बढ़ाने के लिए किया जाता है। हिंदी व्याकरण में समास की विधियाँ विभिन्न प्रकार की होती हैं, जैसे संयुक्त समास, स्वधातु समास, और अव्ययीभाव समास, जो वाक्य की अर्थवत्ता को समृद्ध बनाती हैं।

समास क्या है? (What is Samas?)

10 Simple Points on Samas  

परिभाषा (Definition)

समास वह प्रक्रिया है जिसमें एक से अधिक स्वतंत्र शब्दों को जोड़कर एक नया संक्षिप्त और अर्थपूर्ण वाक्य तैयार किया जाता है।

उद्देश्य (Purpose)

समास का मुख्य उद्देश्य वाक्य को संक्षेप और स्पष्ट रूप में प्रस्तुत करना है, जिससे अर्थ को सरलता से व्यक्त किया जा सके।

संयोजन (Combination)

समास में शब्दों को जोड़कर एक नया शब्द या वाक्यांश उत्पन्न किया जाता है, जो स्वतंत्र रूप से प्रयोग किए गए शब्दों के अर्थ से भिन्न होता है।

प्रकार (Types)

समास के विभिन्न प्रकार होते हैं, जैसे संयुक्त समास, अव्ययीभाव समास, और गुणवाचक समास।

साधारण उपयोग (Common Usage)

समास का उपयोग आम बोलचाल और लेखन में किया जाता है, जैसे “विधायक सभा” (Legislative Assembly) और “रेलवे स्टेशन” (Railway Station)।

संक्षेपता (Conciseness)

समास के माध्यम से लंबे वाक्यों को संक्षेप और संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया जाता है, जैसे “पानी की बोतल” (Water Bottle) को “पानीबोतल” कहा जा सकता है।

स्पष्टता (Clarity)

समास शब्दों के बीच के संबंध को स्पष्ट करता है और वाक्य के अर्थ को बेहतर बनाता है।

विधान (Form)

समास शब्दों के संयोजन से बनता है, और इसमें कुछ विशेष नियम और संरचनाएं होती हैं जो सही अर्थ को सुनिश्चित करती हैं।

प्रभाव (Impact)

समास का सही उपयोग भाषा को प्रभावशाली और सुंदर बनाता है, जिससे संवाद और लेखन में सुधार होता है।

उदाहरण (Examples)

सामान्य समास उदाहरणों में “चायपत्तियां” (Tea Leaves) और “गायबॉक्स” (Cow Box) शामिल हैं, जो स्वतंत्र रूप से अर्थहीन हो सकते हैं लेकिन समास में स्पष्ट अर्थ प्रदान करते हैं।

समास के प्रकार (Types of Samas)

सवर्ण समास (Similar Samas)

विवरण: इसमें समान गुणधर्म वाले शब्दों को जोड़कर नया अर्थ तैयार किया जाता है।

उदाहरण: नीला आकाश, लंबा आदमी

प्रत्यय समास (Suffix Samas)

विवरण: इस प्रकार में एक शब्द के अंत में प्रत्यय जोड़कर नया शब्द बनाया जाता है।

उदाहरण: कर्मठता, ज्ञानवर्धन

अव्ययीभाव समास (Prefix Samas)

विवरण: इसमें एक शब्द के पहले उपसर्ग जोड़कर नया अर्थ उत्पन्न किया जाता है।

उदाहरण: अधिकार क्षेत्र, प्रसिद्ध लेखक

संयुक्त समास (Compound Samas)

विवरण: इसमें दो या दो से अधिक स्वतंत्र शब्दों को जोड़कर एक नया शब्द या वाक्यांश तैयार किया जाता है।

उदाहरण: रेलवे स्टेशन, स्कूल बस (Compound Samas)

स्वधातु समास (Self-Derived Samas)

विवरण: स्वधातु समास में एक ही धातु या मूल से जुड़े शब्दों का प्रयोग होता है।

उदाहरण: रातभर, दिनभर

गुणवाचक समास (Qualitative Samas)

विवरण: गुणवाचक समास में विशेषता दर्शाने वाले शब्दों को जोड़कर एक नया शब्द उत्पन्न किया जाता है।

उदाहरण: सुंदर घर, प्यारा बच्चा

विवेचनात्मक समास (Descriptive Samas)

विवरण: इसमें किसी वस्तु या व्यक्ति का विवेचन करके एक नया वाक्यांश तैयार किया जाता है।

उदाहरण: शांत झील, अच्छा खाना

उपसर्ग समास (Prefix Samas)

विवरण: इस प्रकार में उपसर्ग जोड़कर नए शब्द या अर्थ तैयार किए जाते हैं।

उदाहरण: असफलता, अपरिचित

अप्रत्यय समास (Non-Suffix Samas)

विवरण: इसमें प्रत्यय का प्रयोग नहीं किया जाता, बल्कि केवल उपसर्ग और शब्दों का संयोजन होता है।

उदाहरण: विदेश यात्रा, सरकारी अधिकारी

विविधानुशासन समास (Diverse Governance Samas)

विवरण: इसमें शब्दों को जोड़कर एक नया प्रशासनिक या सरकारी पद तैयार किया जाता है।

उदाहरण: शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य सचिव

 

समास की परिभाषा (Samas ki Paribhasha)

संज्ञानात्मक प्रक्रिया (Cognitive Process)

विवरण: समास एक संज्ञानात्मक प्रक्रिया है जिसमें दो या अधिक स्वतंत्र शब्दों को जोड़कर एक नया अर्थ उत्पन्न किया जाता है।

शब्दों का संयोजन (Combination of Words)

विवरण: इसमें विभिन्न स्वतंत्र शब्दों को जोड़कर एक संयुक्त शब्द या वाक्यांश तैयार किया जाता है जो मूल शब्दों के अर्थ से भिन्न होता है।

संक्षेपता (Conciseness)

विवरण: समास शब्दों को संक्षेप में प्रस्तुत करता है, जिससे लंबे वाक्यों को संक्षेप और प्रभावी तरीके से व्यक्त किया जा सके।

अर्थवत्ता (Semantic Value)

विवरण: समास द्वारा जुड़े हुए शब्द एक नया अर्थ उत्पन्न करते हैं, जो स्वतंत्र रूप में संभव नहीं होता।

वाक्य संरचना (Sentence Structure)

विवरण: समास वाक्य की संरचना को सुधारता है और वाक्य को अधिक स्पष्ट और संक्षिप्त बनाता है।

शब्द गठन (Word Formation)

विवरण: समास के द्वारा नए शब्दों का निर्माण होता है, जो भाषा में विविधता और विस्तार लाते हैं।

भाषा की सुंदरता (Aesthetic Value)

विवरण: समास भाषा की सुंदरता और प्रभावशीलता को बढ़ाता है, जिससे संवाद और लेखन में उत्कृष्टता आती है।

प्रकार और वर्गीकरण (Types and Classification)

विवरण: समास के विभिन्न प्रकार होते हैं जैसे सवर्ण समास, प्रत्यय समास, और अव्ययीभाव समास, जो विभिन्न उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाते हैं।

संघटन (Organization)

विवरण: समास शब्दों को जोड़कर एक संरचित और व्यवस्थित रूप प्रदान करता है, जिससे अर्थ और विचार स्पष्ट होते हैं।

विवेचन (Explanation)

विवरण: समास के माध्यम से शब्दों के बीच का संबंध और उनका अर्थ स्पष्ट किया जाता है, जिससे भाषा की गहराई और बोध बढ़ता है।

समास की विशेषताएँ (Characteristics of Samas)

संक्षेपता (Conciseness)

विवरण: समास का उपयोग वाक्यों को संक्षेप में प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है। इससे लंबे वाक्य को छोटे और सटीक रूप में व्यक्त किया जा सकता है।

स्पष्टता (Clarity)

विवरण: समास शब्दों के बीच के संबंध और अर्थ को स्पष्ट करता है, जिससे वाक्य की समझ सरल और आसान हो जाती है।

संयोजन (Combination)

विवरण: समास में दो या दो से अधिक स्वतंत्र शब्दों को जोड़कर एक नया अर्थ उत्पन्न किया जाता है। यह संयोजन वाक्य को अधिक अर्थपूर्ण और प्रभावशाली बनाता है।

अर्थवत्ता (Semantic Value)

विवरण: समास से जुड़े शब्द मिलकर एक नया और विशेष अर्थ उत्पन्न करते हैं, जो स्वतंत्र रूप से प्रयोग किए गए शब्दों से भिन्न होता है।

सौंदर्यशास्त्र (Aesthetic Value)

विवरण: समास हिंदी भाषा को सौंदर्यशास्त्र की दृष्टि से समृद्ध करता है। यह भाषा की सुंदरता और प्रभावशीलता को बढ़ाता है।

भाषाई संरचना (Linguistic Structure)

विवरण: समास वाक्य की संरचना को व्यवस्थित और सुव्यवस्थित करता है, जिससे भाषा की गहराई और स्पष्टता बढ़ती है।

विविधता (Variety)

विवरण: समास के विभिन्न प्रकार होते हैं, जैसे सवर्ण समास, प्रत्यय समास, और अव्ययीभाव समास, जो विभिन्न भाषाई उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाते हैं।

विवेचनात्मकता (Descriptiveness)

विवरण: समास द्वारा किसी वस्तु, व्यक्ति, या गुण का विवेचन किया जाता है, जिससे उस वस्तु या व्यक्ति की विशेषता को स्पष्ट रूप से प्रकट किया जाता है।

संविधान (Form)

विवरण: समास में शब्दों का जोड़ एक विशेष विधान या संरचना के अनुसार होता है, जो सही अर्थ और अर्थवत्ता को सुनिश्चित करता है।

शब्द निर्माण (Word Formation)

विवरण: समास के माध्यम से नए शब्दों का निर्माण होता है, जो भाषा में विविधता और विस्तार लाते हैं और संवाद को प्रभावशाली बनाते हैं।

संयुक्त समास (Compounded Samas ki Paribhasha)

संयुक्त समास की विशेषताएँ:

स्वतंत्र शब्दों का संयोजन (Combination of Independent Words)

विवरण: इसमें स्वतंत्र रूप से प्रयोग किए गए शब्दों को जोड़कर एक नया शब्द या वाक्यांश तैयार किया जाता है, जैसे “रेलवे स्टेशन”।

नया अर्थ (New Meaning)

विवरण: जुड़े हुए शब्द मिलकर एक नया और विशेष अर्थ उत्पन्न करते हैं, जो स्वतंत्र शब्दों से भिन्न होता है, जैसे “पैदल यात्रा”।

संक्षेपता (Conciseness)

विवरण: संयुक्त समास वाक्य को संक्षेप और संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत करता है, जिससे लंबे वाक्यों को छोटा किया जा सकता है, जैसे “जंगल सफारी”।

वाक्य संरचना (Sentence Structure)

विवरण: यह वाक्य की संरचना को बेहतर बनाता है और वाक्य को अधिक व्यवस्थित और सुगम बनाता है, जैसे “हस्तशिल्प बाजार” | (Sentence Structure)

भाषाई सुंदरता (Linguistic Beauty)

विवरण: संयुक्त समास भाषा की सुंदरता को बढ़ाता है और संवाद को प्रभावशाली बनाता है, जैसे “अधिकार क्षेत्र”।

सामान्यता (Common Usage)

विवरण: यह समास सामान्य बोलचाल और लेखन में बहुत सामान्य रूप से उपयोग किया जाता है, जैसे “विधानसभा”।

व्यावसायिक उपयोग (Professional Usage)

विवरण: संयुक्त समास का उपयोग व्यावसायिक और औपचारिक संवाद में भी किया जाता है, जैसे “प्रशासनिक अधिकारी”।

संविधान (Constitution)

विवरण: इसमें जुड़े हुए शब्दों के संयोजन की एक निश्चित संरचना होती है, जो अर्थ को स्पष्ट करती है, जैसे “राजकीय स्कूल”।

विवेचनात्मकता (Descriptiveness)

विवरण: यह विशेषताएँ और गुण दर्शाने वाले वाक्यांश तैयार करता है, जैसे “स्वास्थ्य देखभाल”।

शब्द निर्माण (Word Formation)

विवरण: इस प्रकार का समास नए शब्दों का निर्माण करता है, जो भाषा में विविधता और विस्तार लाते हैं, जैसे “जलवायु परिवर्तन”।

स्वधातु समास (Self-Derived Samas ki Paribhasha)

स्वधातु समास की विशेषताएँ:

एक ही धातु से शब्द (Words from the Same Root)

विवरण: स्वधातु समास में जुड़े हुए सभी शब्द एक ही मूलधातु या रूट से उत्पन्न होते हैं, जैसे “अधिकारी” और “अधिकार” से “अधिकारी क्षेत्र”।

संयोजन (Combination)

विवरण: यह समास उन शब्दों को जोड़ता है जो एक ही धातु से संबंधित होते हैं, और एक नया अर्थ उत्पन्न करते हैं, जैसे “ज्ञानवर्धन” (ज्ञान + वर्धन)।

समान अर्थ (Similar Meaning)

विवरण: जुड़े हुए शब्द समान या संबंधित अर्थ प्रदान करते हैं, जो एक विशेष संदर्भ में स्पष्टता लाते हैं, जैसे “दीनदयाल” (दीन + दयाल)।

संक्षेपता (Conciseness)

विवरण: स्वधातु समास लंबे वाक्यों को संक्षेप में प्रस्तुत करता है, जैसे “रातभर” (रात + भर)।

स्पष्टता (Clarity)

विवरण: यह समास वाक्य के अर्थ को स्पष्ट करता है, जिससे शब्दों के बीच का संबंध आसानी से समझा जा सकता है।

भाषाई सौंदर्य (Linguistic Beauty)

विवरण: स्वधातु समास भाषा की सौंदर्यता को बढ़ाता है, जिससे लेखन और संवाद में सुंदरता आती है, जैसे “जमीनदारी” (जमीन + दार)।

स्वाभाविक उपयोग (Natural Usage)

विवरण: यह समास भाषा में स्वाभाविक रूप से उपयोग होता है और प्रायः दैनिक जीवन में पाया जाता है, जैसे “रातदिन” (रात + दिन)।

विशेष अर्थ (Specific Meaning)

विवरण: स्वधातु समास विशेष रूप से एक धातु के आधार पर विशिष्ट अर्थ प्रदान करता है, जैसे “निःशुल्क” (निः + शुल्क)।

संबंधितता (Relevance)

विवरण: इस समास के द्वारा शब्दों की संबंधितता और उनका एकीकरण स्पष्ट होता है, जैसे “स्वतंत्रता” (स्वतंत्र + ता)।

शब्द निर्माण (Word Formation)

विवरण: स्वधातु समास नए शब्दों का निर्माण करता है जो मूल धातु पर आधारित होते हैं और भाषा को समृद्ध बनाते हैं, जैसे “मासिक” (मास + इक)।

 

अव्ययीभाव समास (Abyayi-Bhav Samas ki Paribhasha)

अव्ययीभाव समास की विशेषताएँ:

अव्यय और शब्दों का संयोजन (Combination of Prepositions and Words)

विवरण: इसमें अव्यय शब्द (जैसे “से”, “के लिए”, “में”, “के साथ”) को अन्य शब्दों के साथ जोड़कर एक नया अर्थ उत्पन्न किया जाता है, जैसे “जल के साथ”।

विशेष अर्थ (Specific Meaning)

विवरण: अव्ययीभाव समास वाक्यांश को एक विशिष्ट अर्थ प्रदान करता है जो स्वतंत्र शब्दों से अलग होता है, जैसे “प्रकृति के प्रति”।

वाक्य की संपूर्णता (Completeness of Sentence)

विवरण: यह समास वाक्य की संपूर्णता और स्पष्टता को बढ़ाता है, जिससे वाक्य अधिक प्रभावशाली और समझने में आसान हो जाता है, जैसे “समय के साथ”।

संयोजक तत्व (Connecting Elements)

विवरण: इसमें अव्यय वाक्यांश को जोड़ने का काम करते हैं, जो वाक्य को अधिक स्वाभाविक और सुगम बनाते हैं, जैसे “संग साथ”।

भाषाई सुंदरता (Linguistic Beauty)

विवरण: अव्ययीभाव समास भाषा की सौंदर्यता और प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे संवाद और लेखन अधिक आकर्षक बनता है, जैसे “लंबे समय से”।

स्पष्टता (Clarity)

विवरण: यह समास वाक्य के अर्थ को स्पष्ट करता है और अव्यय के माध्यम से अर्थ को विस्तारित करता है, जैसे “सही दिशा में”।

प्रेरणा (Inspiration)

विवरण: अव्ययीभाव समास प्रेरणा और दिशा प्रदान करने के लिए उपयोगी होता है, जैसे “शांतिपूर्वक”।

भाषाई गठन (Linguistic Formation)

विवरण: इसमें अव्यय के माध्यम से एक विशेष भाषाई गठन होता है जो वाक्य की संरचना को प्रभावशाली बनाता है, जैसे “जल्दी से”।

उपयुक्तता (Appropriateness)

विवरण: यह समास उपयुक्तता और सटीकता को बढ़ाता है, जिससे शब्दों के बीच का संबंध स्पष्ट और प्रभावी होता है, जैसे “बिना वजह”।

समय और स्थान (Time and Place)

विवरण: अव्ययीभाव समास समय और स्थान के संदर्भ को स्पष्ट करता है, जैसे “दिन के अंत में” और “शहर के बाहर”।

गुणवाचक समास (Qualitative Samas ki Paribhasha)

गुणवाचक समास की विशेषताएँ:

गुणसूचक विशेषण (Qualitative Adjectives)

विवरण: इसमें गुणसूचक विशेषण का उपयोग किया जाता है जो किसी वस्तु, व्यक्ति या स्थिति की विशेषता को व्यक्त करता है, जैसे “संगीतज्ञ” (संगीत + ज्ञानी)।

विशेषता का निरूपण (Representation of Quality)

विवरण: गुणवाचक समास विशेषता को स्पष्ट करता है और गुणसूचक शब्द के माध्यम से किसी विशेषता को व्यक्त करता है, जैसे “दृष्टि” (दृष्ट + इ)।

गुण और वस्तु का संयोजन (Combination of Quality and Object)

विवरण: इसमें गुण (विशेषता) और वस्तु या व्यक्ति को जोड़कर एक नया वाक्यांश बनता है, जैसे “ध्यानमग्न” (ध्यान + मग्न)।

व्यक्तिगत विशेषता (Personal Attributes)

विवरण: गुणवाचक समास का उपयोग व्यक्ति की व्यक्तिगत विशेषताओं को व्यक्त करने के लिए किया जाता है, जैसे “साहित्यकार” (साहित्य + कार)।

संक्षेपता (Conciseness)

विवरण: यह समास किसी गुण को संक्षेप और प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत करता है, जैसे “लंबा” (लंबा + इ)।

भाषाई सौंदर्य (Linguistic Beauty)

विवरण: गुणवाचक समास भाषा की सौंदर्यता और प्रभावशीलता को बढ़ाता है, जिससे संवाद और लेखन में सुंदरता आती है, जैसे “मधुर आवाज” (मधुर + आवाज)।

स्पष्टता (Clarity)

विवरण: यह समास किसी वस्तु या व्यक्ति की विशेषता को स्पष्ट रूप से प्रकट करता है, जैसे “सुपरिचित” (सुपरिचित + इत)।

विवेचनात्मकता (Descriptiveness)

विवरण: गुणवाचक समास वस्तु या व्यक्ति के गुण का विवेचन करता है, जिससे उसकी विशेषता स्पष्ट होती है, जैसे “प्रेरणादायक” (प्रेरणा + दायक)।

संदर्भ (Contextual Relevance)

विवरण: गुणवाचक समास संदर्भ के अनुसार विशेषता को स्पष्ट करता है, जैसे “उत्कृष्टता” (उत्कृष्ट + ता)।

शब्द निर्माण (Word Formation)

विवरण: गुणवाचक समास नए शब्दों का निर्माण करता है जो गुणसूचक विशेषण पर आधारित होते हैं और भाषा को समृद्ध बनाते हैं, जैसे “संगठित” (संगठित + इत)।

Freqently Asked Questions (FAQs)

1. समास क्या है? (What is Samas?)

समास वह प्रक्रिया है जिसमें दो या अधिक शब्दों को मिलाकर एक नया, संक्षिप्त और अर्थपूर्ण शब्द या वाक्यांश तैयार किया जाता है।

2. समास के कितने प्रकार होते हैं? (How many types of Samas are there?)

मुख्य प्रकार: सवर्ण समास, प्रत्यय समास, अव्ययीभाव समास, और गुणवाचक समास।

3. सवर्ण समास क्या है? (What is Similar Samas?)

सवर्ण समास में समान अर्थ वाले शब्दों को जोड़कर एक नया अर्थ उत्पन्न किया जाता है, जैसे “रातदिन” (रात + दिन)।

4. प्रत्यय समास क्या है? (What is Suffix Samas?)

प्रत्यय समास में एक शब्द पर प्रत्यय जोड़कर एक नया वाक्यांश बनता है, जैसे “अधिकार” (अधि + कार)।

5. अव्ययीभाव समास क्या है? (What is Avyayi-Bhav Samas?)

अव्ययीभाव समास में अव्यय और अन्य शब्दों को जोड़कर विशेष अर्थ प्राप्त किया जाता है, जैसे “जल के साथ”।

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