सूचना सहायकों (Suchna Sahayak Syllabus) की परीक्षा का पाठ्यक्रम विशेष रूप से उन उम्मीदवारों के लिए तैयार किया गया है, जो सरकारी और निजी क्षेत्र में सूचना प्रबंधन से संबंधित विभिन्न कार्यों में रुचि रखते हैं। यह पाठ्यक्रम सामान्य ज्ञान, गणित, हिंदी, अंग्रेजी और कंप्यूटर ज्ञान जैसे विषयों को शामिल करता है। उम्मीदवारों को इस परीक्षा में सफलता के लिए मौखिक एवं लिखित संचार कौशल, समस्या समाधान क्षमताओं और तकनीकी ज्ञान पर ध्यान केंद्रित करना होगा।
- Exam Structure of Suchna Sahayak Syllabus
- Subject-wise Syllabus of Suchna Sahayak Syllabus
- Computer Knowledge of Suchna Sahayak Syllabus
- Information Technology of Suchna Sahayak Syllabus
- Government Schemes of Suchna Sahayak Syllabus
- Income and Expenditure of Suchna Sahayak Syllabus
- Essay Writing of Suchna Sahayak Syllabus
- General Hindi of Suchna Sahayak Syllabus
- Frequently Asked Question (FAQs)
Exam Structure of Suchna Sahayak Syllabus
- परीक्षा का प्रकार:
- परीक्षा ऑनलाइन होगी और इसमें बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) होंगे।
- समय अवधि:
- परीक्षा के लिए कुल समय 2 घंटे (120 मिनट) निर्धारित किया गया है।
- प्रश्नों की संख्या:
- परीक्षा में कुल 100 प्रश्न पूछे जाएंगे।
- विषय वितरण:
- प्रश्नों का वितरण निम्नलिखित विषयों में होगा:
- सामान्य ज्ञान (30 प्रश्न)
- गणित (25 प्रश्न)
- हिंदी (20 प्रश्न)
- अंग्रेजी (15 प्रश्न)
- कंप्यूटर ज्ञान (10 प्रश्न)
- प्रश्नों का वितरण निम्नलिखित विषयों में होगा:
- गुणांक प्रणाली:
- प्रत्येक सही उत्तर के लिए 1 अंक मिलेगा, जबकि गलत उत्तर देने पर 0.25 अंक की कटौती की जाएगी।
- अवशिष्ट विषय:
- सामान्य ज्ञान में इतिहास, भूगोल, राजनीति, अर्थशास्त्र और समसामयिक घटनाएँ शामिल होंगी।
- गणित के प्रश्न:
- गणित में अंकगणित, बीजगणित, और समस्या समाधान से संबंधित प्रश्न होंगे।
- भाषा का स्तर:
- हिंदी और अंग्रेजी की परीक्षा में भाषा की समझ, व्याकरण और शब्दावली पर प्रश्न पूछे जाएंगे।
- कंप्यूटर ज्ञान:
- कंप्यूटर ज्ञान में बुनियादी कंप्यूटर कार्य, इंटरनेट, और सॉफ्टवेयर के उपयोग से संबंधित प्रश्न होंगे।
- प्रवेश पत्र:
- परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को ऑनलाइन प्रवेश पत्र डाउनलोड करने की आवश्यकता होगी, जिसे परीक्षा की तिथि से पहले जारी किया जाएगा।
Subject-wise Syllabus of Suchna Sahayak Syllabus
विषय | विवरण |
---|---|
1. सामान्य ज्ञान | – इतिहास: प्राचीन, मध्यकालीन और आधुनिक भारतीय इतिहास। – भूगोल: भारत और विश्व का भूगोल। – राजनीति: भारतीय संविधान, सरकारी संरचना, चुनाव प्रक्रिया। – अर्थशास्त्र: भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रमुख पहलू। – समसामयिक घटनाएँ: वर्तमान मुद्दे, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समाचार। |
2. गणित | – अंकगणित: मूल बातें, संख्याओं के चार कार्य। – बीजगणित: समीकरण, रैखिक समीकरण। – सांख्यिकी: औसत, मध्य, मोड। – मात्रा और माप: क्षेत्रफल, आयतन। – समस्या समाधान: वाक्यात्मक और संख्या समस्याएँ। |
3. हिंदी | – व्याकरण: संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, विशेषण, वाक्य रचना। – शब्दावली: सामान्य हिंदी शब्द और उनके अर्थ। – लेखन कौशल: निबंध, पत्र, और संवाद लेखन। – पाठ्य सामग्री: कविता, गद्य और पद्य। |
4. अंग्रेजी | – व्याकरण: Parts of Speech, Tenses, Sentence Structure। – शब्दावली: सामान्य शब्द और उनके अर्थ। – लेखन कौशल: निबंध, पत्र, और संवाद लेखन। – Reading Comprehension: पाठ्य सामग्री से प्रश्न। |
5. कंप्यूटर ज्ञान | – बुनियादी कंप्यूटर कार्य: कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर। – इंटरनेट: ईमेल, वेब ब्राउज़िंग, ऑनलाइन रिसर्च। – सॉफ्टवेयर: MS Office (Word, Excel, PowerPoint)। – डेटा सुरक्षा: वायरस, एंटीवायरस और सुरक्षा उपाय। |
Computer Knowledge of Suchna Sahayak Syllabus
- कंप्यूटर की मूल बातें:
- कंप्यूटर क्या है, इसके प्रमुख घटक (हार्डवेयर और सॉफ़्टवेयर) और उनके कार्य।
- हार्डवेयर:
- CPU, RAM, हार्ड डिस्क, माउस, कीबोर्ड, प्रिंटर, और स्कैनर जैसे उपकरणों के कार्य और उपयोग।
- सॉफ़्टवेयर:
- सॉफ़्टवेयर के प्रकार: सिस्टम सॉफ़्टवेयर (जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम) और एप्लीकेशन सॉफ़्टवेयर (जैसे MS Office) का परिचय।
- ऑपरेटिंग सिस्टम:
- Windows, Linux, और Mac OS के बारे में जानकारी और उनके कार्य करने की विधियाँ।
- Microsoft Word:
- डॉक्यूमेंट बनाना, संपादित करना, फॉर्मेटिंग, पेज सेटअप, और प्रिंटिंग की प्रक्रिया।
- Microsoft Excel:
- स्प्रेडशीट, सेल, फॉर्मूलों, फ़ंक्शंस, चार्ट्स और डेटा प्रबंधन का उपयोग करना।
- Microsoft PowerPoint:
- प्रेजेंटेशन तैयार करना, स्लाइड बनाना, एनिमेशन और ट्रांजिशन का उपयोग।
- इंटरनेट और ई-मेल:
- इंटरनेट का उपयोग, वेब ब्राउज़िंग, सर्च इंजन, और ई-मेल भेजने एवं प्राप्त करने की प्रक्रिया।
- डेटा सुरक्षा:
- कंप्यूटर वायरस, एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर, और डेटा सुरक्षा के उपायों का महत्व।
- सामान्य IT टर्मिनोलॉजी:
- बुनियादी कंप्यूटर शब्दावली, जैसे बाइट, बैंडविड्थ, फायरवॉल, क्लाउड स्टोरेज, और डाटा बैकअप के बारे में जानकारी।
Information Technology of Suchna Sahayak Syllabus
- सूचना प्रौद्योगिकी का परिचय:
- सूचना प्रौद्योगिकी (IT) क्या है और इसका महत्व। इसमें कंप्यूटर, नेटवर्क, और संचार तकनीकों का उपयोग शामिल है।
- कंप्यूटर नेटवर्किंग:
- नेटवर्किंग के प्रकार (LAN, WAN, MAN) और उनकी विशेषताएँ। नेटवर्किंग उपकरणों जैसे राउटर, स्विच, और मॉडेम का परिचय।
- डाटा प्रबंधन:
- डेटा का संग्रहण, प्रबंधन, और सुरक्षा। डेटाबेस प्रबंधन प्रणाली (DBMS) का महत्व और कार्य।
- साइबर सुरक्षा:
- साइबर सुरक्षा के सिद्धांत, जैसे डेटा की गोपनीयता, अखंडता और उपलब्धता। खतरे और सुरक्षा उपायों के बारे में जानकारी।
- क्लाउड कंप्यूटिंग:
- क्लाउड कंप्यूटिंग का परिचय, इसके लाभ और प्रकार (IaaS, PaaS, SaaS)। क्लाउड सेवाओं का उपयोग कैसे किया जाता है।
- सॉफ़्टवेयर विकास जीवन चक्र:
- सॉफ़्टवेयर विकास के चरण (आवश्यकताओं का विश्लेषण, डिज़ाइन, विकास, परीक्षण, और रखरखाव) का वर्णन।
- वेब टेक्नोलॉजी:
- वेब साइटों और वेब एप्लिकेशन का विकास। HTML, CSS, और JavaScript की मूल बातें।
- मल्टीमीडिया तकनीक:
- मल्टीमीडिया तत्वों का उपयोग (जैसे टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो, वीडियो) और उनके प्रभावी उपयोग के तरीके।
- मोबाइल तकनीक:
- मोबाइल एप्लिकेशनों का विकास और उनके प्लेटफॉर्म (iOS, Android)। मोबाइल उपकरणों के उपयोग के लाभ और चुनौतियाँ।
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML):
- AI और ML का परिचय, उनके अनुप्रयोग, और इन तकनीकों का व्यवसाय में उपयोग।
Government Schemes of Suchna Sahayak Syllabus
क्र. संख्या | योजना का नाम | |
---|---|---|
1. प्रधानमंत्री जन धन योजना | – वित्तीय समावेशन के लिए लागू की गई। – सभी नागरिकों के लिए बैंक खाता खोलने की सुविधा। | |
2. उज्ज्वला योजना | – गरीब महिलाओं को मुफ्त LPG कनेक्शन देने की योजना। – स्वास्थ्य और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए। | |
3. प्रधानमंत्री आवास योजना | – गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए सस्ते घर उपलब्ध कराने की योजना। – शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लागू। | |
4. स्वच्छ भारत मिशन | – स्वच्छता और स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए। – शौचालयों का निर्माण और सफाई को प्राथमिकता। | |
5. आयुष्मान भारत योजना | – स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए 5 लाख रुपये तक का वार्षिक कवरेज। – गरीब परिवारों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना। | |
6. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना | – किसानों को फसल हानि के खिलाफ बीमा उपलब्ध कराने की योजना। – प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा। | |
7. मेक इन इंडिया | – देश में विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए। – विदेशी निवेश को आकर्षित करना और रोजगार सृजन। | |
8. Skill India | – युवाओं को कौशल प्रशिक्षण देने की योजना। – रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाना। | |
9. डिजिटल इंडिया | – सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से सेवाओं का डिजिटलीकरण। – डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना। | |
10. राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) | – ग्रामीण क्षेत्रों में 100 दिन का काम देने की गारंटी। – रोजगार और आय सुरक्षा प्रदान करना। |
Income and Expenditure of Suchna Sahayak Syllabus
क्र. संख्या | विवरण | तथ्य |
---|---|---|
1. आय की परिभाषा | – आय का मतलब है वे सभी पैसे जो किसी व्यक्ति या संगठन के पास आते हैं। | – यह वेतन, ब्याज, लाभ, किराया, और अन्य स्रोतों से हो सकता है। |
2. व्यय की परिभाषा | – व्यय का मतलब है वे सभी खर्चे जो किसी व्यक्ति या संगठन द्वारा किए जाते हैं। | – इसमें दैनिक खर्च, ऋण की किस्त, बिल, और अन्य व्यय शामिल हैं। |
3. आय के प्रकार | – स्थायी आय: नियमित रूप से मिलने वाली आय जैसे वेतन। – अस्थायी आय: अप्रत्याशित स्रोतों से मिलने वाली आय। | – ये स्रोत जैसे निवेश के लाभ या बोनस हो सकते हैं। |
4. व्यय के प्रकार | – आवश्यक व्यय: जीवन के लिए अनिवार्य जैसे खाना, आवास। – वैकल्पिक व्यय: इच्छानुसार खर्च जैसे मनोरंजन। | – ये व्यय प्राथमिकता के आधार पर विभाजित किए जा सकते हैं। |
5. आय और व्यय का संतुलन | – आय और व्यय के बीच संतुलन बनाए रखना महत्वपूर्ण है। | – यदि व्यय आय से अधिक है, तो यह वित्तीय समस्याएँ उत्पन्न कर सकता है। |
6. बजट बनाना | – आय और व्यय का एक निर्धारित प्रारूप बनाना। | – यह निर्धारित करने में मदद करता है कि कितनी राशि खर्च की जा सकती है और कहाँ कटौती की जा सकती है। |
7. बचत | – आय का एक हिस्सा बचाना आवश्यक है। | – बचत भविष्य की आपात स्थितियों के लिए या निवेश के लिए महत्वपूर्ण है। |
8. निवेश | – बचत को निवेश करना वित्तीय स्थिरता के लिए आवश्यक है। | – निवेश से आय में वृद्धि हो सकती है, जैसे कि शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में। |
9. वित्तीय योजना | – दीर्घकालिक वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए योजना बनाना। | – इसमें रिटायरमेंट प्लानिंग, शिक्षा के लिए बचत, और संपत्ति की योजना शामिल होती है। |
10. वित्तीय शिक्षा | – आय और व्यय को समझने के लिए वित्तीय शिक्षा महत्वपूर्ण है। | – यह व्यक्तियों को बेहतर निर्णय लेने में सहायता करता है और वित्तीय ज्ञान को बढ़ाता है। |
Essay Writing of Suchna Sahayak Syllabus
क्र. संख्या | बिंदु | विवरण |
---|---|---|
1. निबंध की परिभाषा | – निबंध एक लिखित रचना है जिसमें किसी विषय पर विचार प्रस्तुत किए जाते हैं। | – यह विषय की गहनता, दृष्टिकोण और विचारों को व्यक्त करने का एक तरीका है। |
2. निबंध के प्रकार | – निबंध कई प्रकार के होते हैं, जैसे: 1. विवरणात्मक 2. विश्लेषणात्मक 3. तर्कसंगत | – हर प्रकार का निबंध एक विशेष उद्देश्य को ध्यान में रखकर लिखा जाता है। |
3. विषय चयन | – निबंध लिखने के लिए विषय का सही चयन महत्वपूर्ण है। | – विषय को समझना और उसके बारे में पर्याप्त जानकारी होना आवश्यक है। |
4. योजना और रूपरेखा | – निबंध लिखने से पहले योजना बनाना और रूपरेखा तैयार करना। | – प्रारंभ, मध्य और अंत में क्या लिखा जाएगा, इसका खाका तैयार करना। |
5. प्रारंभिक पैराग्राफ | – निबंध की शुरुआत एक आकर्षक वाक्य से करनी चाहिए। | – प्रारंभिक पैराग्राफ में विषय का परिचय और मुख्य विचार को शामिल किया जाना चाहिए। |
6. मध्य भाग | – मध्य भाग में विषय की विस्तृत जानकारी और तर्क प्रस्तुत करना। | – तथ्यों, आंकड़ों, और उदाहरणों के माध्यम से विचारों को स्पष्ट करना। |
7. निष्कर्ष | – निबंध के अंत में निष्कर्ष प्रस्तुत करना। | – निष्कर्ष में मुख्य बिंदुओं का सारांश और अंतिम विचार शामिल होना चाहिए। |
8. भाषा और शैली | – निबंध की भाषा स्पष्ट और संक्षिप्त होनी चाहिए। | – शब्दों का चयन और वाक्य संरचना महत्वपूर्ण है; इसे औपचारिक रखना चाहिए। |
9. संपादन और समीक्षा | – निबंध लिखने के बाद संपादन और समीक्षा करना। | – व्याकरण, वर्तनी और पंक्चुएशन की जांच करना आवश्यक है। |
10. अभ्यास | – नियमित रूप से निबंध लेखन का अभ्यास करना। | – इससे लेखन कौशल में सुधार होगा और विषय पर स्पष्टता आएगी। |
General Hindi of Suchna Sahayak Syllabus
- हिंदी भाषा का महत्व:
हिंदी भारत की राष्ट्रीय भाषा है और इसकी व्यापकता इसे लोगों के बीच संवाद का एक प्रमुख माध्यम बनाती है। सरकारी कामकाज और शिक्षा में हिंदी का प्रयोग इसे और भी महत्वपूर्ण बनाता है। - हिंदी व्याकरण:
हिंदी व्याकरण में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, आदि के नियम शामिल होते हैं। व्याकरण के सही ज्ञान से लिखने और बोलने की शुद्धता में सुधार होता है। - शब्दावली का विकास:
सामान्य हिंदी में शब्दों का सही चयन महत्वपूर्ण है। नए शब्दों का अध्ययन और उनके अर्थ को जानने से संवाद में स्पष्टता आती है और व्यक्तित्व में निखार आता है। - वाचन कौशल:
हिंदी में अच्छी वाचन क्षमता विकसित करने से न केवल शब्दों का उच्चारण सुधरता है, बल्कि विचारों को भी सही तरीके से प्रस्तुत करने में मदद मिलती है। - लेखन कौशल:
हिंदी में सटीक और प्रभावी लेखन कौशल विकसित करना आवश्यक है। निबंध, पत्र, और रिपोर्ट लेखन में स्पष्टता और संक्षिप्तता की आवश्यकता होती है। - संधि और समास:
हिंदी व्याकरण में संधि और समास के नियम महत्वपूर्ण हैं। ये शब्दों के निर्माण की प्रक्रिया को समझने में मदद करते हैं और लेखन को अधिक संक्षिप्त बनाते हैं। - अनुच्छेद लेखन:
सामान्य हिंदी में अनुच्छेद लेखन का महत्व है। यह किसी विशेष विषय पर संक्षेप में विचार प्रस्तुत करने का एक अच्छा तरीका है, जिससे पाठक को तात्कालिक जानकारी मिलती है। - वाचन कौशल:
हिंदी में अच्छी वाचन क्षमता विकसित करने से न केवल शब्दों का उच्चारण सुधरता है, बल्कि विचारों को भी सही तरीके से प्रस्तुत करने में मदद मिलती है। - हिंदी साहित्य:
हिंदी साहित्य का ज्ञान भी सामान्य हिंदी के अध्ययन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। कविताएँ, कहानी, उपन्यास, और निबंध जैसे साहित्यिक रूपों के माध्यम से भाषा की गहराई को समझा जा सकता है। - प्रवचन और संवाद:
हिंदी में प्रभावी संवाद और प्रवचन कौशल भी महत्वपूर्ण हैं। यह न केवल विचारों को प्रभावी ढंग से व्यक्त करने में मदद करता है, बल्कि सुनने और समझने की क्षमता को भी बढ़ाता है।
Freqently Asked Questions (FAQs)
प्रश्न 1: सूचना सहायक क्या होता है?
उत्तर: सूचना सहायक वह व्यक्ति होता है जो जानकारी प्रदान करने, डेटा संग्रह करने और विभिन्न सरकारी योजनाओं और सेवाओं के बारे में जनता को जागरूक करने का कार्य करता है।
प्रश्न 2: सूचना सहायक की परीक्षा का स्वरूप क्या है?
उत्तर: सूचना सहायक की परीक्षा में सामान्य हिंदी, कंप्यूटर ज्ञान, सामान्य ज्ञान, और सरकारी योजनाओं से संबंधित प्रश्न होते हैं। यह आमतौर पर वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQ) प्रारूप में होती है।
प्रश्न 3: सूचना सहायक की परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम क्या है?
उत्तर: सूचना सहायक की परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम में सामान्य हिंदी, कंप्यूटर ज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी, सरकारी योजनाएँ, और आर्थिक व व्यावसायिक अध्ययन शामिल होते हैं।
प्रश्न 4: क्या सूचना सहायक की परीक्षा के लिए विशेष योग्यता की आवश्यकता है?
उत्तर: हाँ, सूचना सहायक की परीक्षा के लिए आमतौर पर स्नातक डिग्री की आवश्यकता होती है। इसके अलावा, कंप्यूटर का ज्ञान और हिंदी में प्रवीणता भी आवश्यक होती है।
प्रश्न 5: परीक्षा में कितने अंक मिलते हैं?
उत्तर: परीक्षा में प्राप्त अंकों की संख्या और कट ऑफ मार्क्स की जानकारी परीक्षा के नोटिफिकेशन में दी जाती है। यह विभिन्न परीक्षाओं में भिन्न हो सकती है।